बांग्लादेश में अत्याचार, भड़का हिन्दू समाज

रिपोर्ट – आनन्द त्रिपाठी
स्थान- मिर्जापुर
मिर्जापुर। पड़ोसी देश बांग्लादेश में सनातन संस्कृति से जुड़े हिन्दु, बौद्ध, जैन, एवं सिख समाज पर किए जा रहे हमलों, धार्मिक स्थलों को तोड़े जाने के खिलाफ सभा कर रोष जताया । इस्कॉन संन्यासी चिन्मय कृष्णदास को मुक्त करने की मांग की गई। जुलूस निकाल कर अन्याय के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने का दिया गया संदेश। नगर विधायक ने कहा 1947 में बांग्लादेश 28 प्रतिशत हिंदू 7 परसेंट पर आ गए। कही भी हिंदुओ को घटने नहीं दिया जायेगा। भारत सरकार बांग्लादेश से कायदे से बात करें। एक रिपोर्ट
Vo 1: हिन्दू रक्षा समिति के नेतृत्व में जन सभा एवं जुलूस का आयोजन किया गया। नगर के घण्टाघर मैदान में आयोजित सभा में वक्ताओं ने बांग्लादेश में कट्टर पंथियों के द्वारा किए जा रहे हिंसा, लूट और हमले की निंदा की। कहा कि जिस प्रकार मानवता को दर किनार कर केवल सनातन धर्म के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। उनके धार्मिक स्थलों को तोड़ा जा रहा है। इसकी जितनी निंदा की जाय वह कम हैं।
अनुपम महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में महिलाओं पर अमानवीय अत्याचार किया जा रहा है। अल्पसंख्यक समाज की संपत्तियो को लूटना, सरकारी नौकरी से जबरन निकाला जा रहा है। धर्मान्तरण कराने और धार्मिक स्थलो का ध्वस्तीकरण कराना अत्यंत चिंताजनक हैं। इस अत्याचार के बावजूद बांग्लादेश सरकार तथा अन्य एजेंसियां इसे रोकने की बजाय, मूकदर्शक बनी हुई हैं।
हिंदू समाज किए जा रहे पर हमले, हत्या, लूट, आगजनी के विरोध में पदयात्रा निकाली गई।राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक
अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेंद्र प्रताप सिंह को सौंपा गया।
इस मौके पर नगर विधायक पं. रत्नाकर मिश्र, मझवां विधायक शुचिस्मिता मौर्या, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनोज जायसवाल, पालिकाध्यक्ष श्याम सुंदर केशरी, दिनेश तिवारी, अनुपम महाराज समेत तमाम लोग उपस्थित थे ।