बुंदेलखंड के प्रसिद्ध प्राचीन केदारश्वर मंदिर पर शिव जी के दर्शनो के लिए हजारों भक्तों की भीड़

झांसी जनपद के मऊरानीपुर तहसील स्थित रोनी नामक गांव में विशाल पर्वत पर विराजमान भगवान भोले नाथ का मंदिर है।
जो द्वापर युग के अंत में पांडवों ने अज्ञातवास के समय इसी पहाड़ पर भगवान शिव जी की स्थापना अर्जुन ने की थी।
पांडव अज्ञात वास के समय कड़ोर तपस्या कर भगवान शिव की पूजा अर्चना करते थे यह उल्लेख शिव पुराणों और ग्रंथो में बताया गया है।
केदारेश्वर मंदिर के पुजारी व विद्वान बताते हैं कि आज भी कोई अलौकिक शक्ति सुबह के पहर आती है और शिवजी की शिवलिंग पर पुष्प एवं जल अर्पण कर आदर्श हो जाती है।
प्रशासन ने शिवरात्रि के अवसर पर केदारेश्वर मंदिर पर सारी तैयारियां एक दिन पहले से ही कर ली। जिससे किसी भी भक्त को।दर्शन करने में परेशानी का सामना न करना पड़े।
महिलाओं एवम पुरुषो के लिय अलग अलग वेरिकेटिग कर पुलिस व्यवस्था को चौक चौबंद कर दिया है।
भोले के भक्तो की ज्यादा भीड़ होने पर पुलिस प्रशासन ने सीसी टीवी केमरे भी मंदिर पर जगह जगह लगाकर प्रशासनिक अधिकारी निगरानी कर रहे हैं।
यह नजर देखकर ऐसा।लगता हैं कि भगवान शिव जी स्वयं आकर साक्षात अपने भक्तों को दर्शन देने के लिय मंदिर में आकर विराजमान हो।
शिवरात्रि की पर्व पर भक्तों ने अपने आराध्य को बेलपत्र पुष्प जल और स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ प्रसाद लगाकर भगवान की पूजा अर्चना कर अपने आप को कृतज्ञ मानते हैं।।