व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर लोगों से 16 लाख की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले दो शातिर ठग हुए गिरफ्तार, सरगना अभी फरार नगदी मोबाइल बरामद

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व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर लोगों से 16 लाख की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले दो शातिर ठग हुए गिरफ्तार, सरगना अभी फरार नगदी मोबाइल बरामद

जनपद मैनपुरी की साइबर थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।पुलिस ने लोगों की मेहनत कि गाढी कमाई को व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर मैसेज कर इन्वेस्ट की गई धन राशि को दुगना करने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से नगदी और मोबाइल बरामद हुए हैं। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों को न्यायालय में पेश कर कर जेल भेज दिया है। वहीं इनका मुख्य सरगना अभी फरार बताया जा रहमामला सदर कोतवाली क्षेत्र के कृष्ण कुंज निवासी व्यक्ति से जुड़ा हुआ है। घटना क्रम का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया मोहल्ला निवासी अभिषेक शाक्य पुत्र रविंद्र शाक्य ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए बताया था कि उनके साथ साइबर ठगों ने व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर मैसेज भेज कर रुपया इन्वेस्टमेंट कर दोगने करने का झांसा देकर अपनी बातों में फंसा लिया और उसका 16 लाख रुपया ठग लिया और धन निकासी के समय 30% सरकारी टैक्स और जमा करने की बात करने लगे जब जमा नहीं किया गया। उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया। तब आपको अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। पुलिस अधीक्षक ने मामले को संज्ञान लेकर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज करा कर मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल शुरू कराई तो साइबर टीम ने तकनीकी विश्लेषण और अन्य माध्यमों से ठगों की पहचान की ठग आयुष्मान और योगेश को ठगी करने की वारदात को अंजाम देने के लिए गिरफ्तार कर लिया। जिसे हुई पूछताछ में बताया गया वह लोग गिरोह बनकर लोगों से साइबर ठगी की घटना को अंजाम देते हैं। वह लोगों को अपना शिकार बनाते हैं और उनके साथी अंशुमान.विक्रम उनको फर्जी खाते उपलब्ध कराते हैं। खातों में डाला गया धन अंशुमन विक्रम एटीएम की सहायता से निकाल कर लाया करते हैं जिनको हम लोग बाद में एक साथ मिलकर के आपस में बराबर बांट लिया करते हैं। पुलिस ने दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है जिनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन,और 45000 की नगदी बरामद की गई है। पुलिस ने आयुष्मान और योगेश को न्यायालय में पेश कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। साथी मामले में लिप्त अंशुमान विक्रम की तलाश शुरू कर दी है।

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