भारत को बांग्लादेश बनने से रोकना जरूरी। ,गौतम खट्टर।

सनातन संस्कृतिक संघ द्वारा आयोजित “सनातन एकता यात्रा“ चौथे दिन झांसी पहुंची, यात्रा ललितपुर से शुरु होकर मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर, महोबा, मऊरानीपुर होते हुए झांसी पहुंची। आध्यात्मिक यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया।
यात्रा में विभिन्न साधू संतों और धर्मगुरुओं ने श्रद्धालुओं को प्रेरित किया। आज यात्रा झांसी पहुंची जहां कार्यक्रम के बारे में बताते हुए सनातन संस्कृतिक संघ की अध्यक्ष हरिप्रिया भार्गव ने पत्रकार वार्ता का आयोजन करके बताया कि “हमारा धर्म हमें न केवल मानवता की सेवा सिखाता है, बल्कि आत्मिक शांति और सामाजिक एकता का मार्ग भी दिखाता है। आइए, हम सभी मिलकर सनातन धर्म की इस परंपरा को आगे बढ़ाएँ।“ उन्होने कहा कि यात्रा का प्रमुख उद्देश्य सनातनियों को एकता के सूत्र में पिरोने का है। उन्होने बताया कि जब भी सनातनी बटे हैं उनका नुकसान हुआ है। उन्होने बताया कि यात्रा के माध्यम से वह चार वर्ग जिसमे वैदिक धर्म, जैन धर्म, सिक्ख व बौध धर्म को सनातन एकता में जोड़ने का प्रयास लेकर निकली हैं।
उन्होने बंगलादेश में हो रहे हिंदूओं पर अत्याचार को लेकर कहा कि यह बंद होना चिहए, अगर आज हम एकत्र नहीं हुए तो कट्टरपंथी लोग पुनः हमारी संस्कृति व हमारे धर्म के लोगों पर प्रहार करेगें।
वही यात्रा में शामिल होने झांसी पहुंचे सनातन महासंघ के संस्थापक गौतम खट्टर ने भी सनातनियों को एक होने पर बल दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। जहां साधु संतों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है । वहां आज हिंदुओं की बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है। ओर अगर सनातनी एक नहीं हुआ तो भारत में भी एक बांग्लादेश बहुत जल्द नजर आएगा।।इसलिए सनातनियों का एक होना बहुत जरूरी है। वही उक्त कार्यक्रम में फिल्मी दुनिया के जाने माने अग्रेजों के जमाने के जेलर अभिनेता असरानी और नवीन बाबा भी शामिल हुए।